रेबीज का आपका लेख पढ़ा। मेरा मानना है कि कुत्ता कई बार कूड़े में से कोई केमिकल जैसे कि कीटनाशक युक्त खाने की वस्तु खा लेता है और फिर बिमार पड़ जाता है। उसके थूक में यह कीटनाशक जहर बाहर निकलने लगता है और कुत्ता परेशान होता है। ऐसा कुत्ता ज्यादा काटता है और ऐसे कुत्ते के काटने से उसके थूक से इंसान में भी जहर फैलता है और वो बीमार हो जात है। पर इसमें वायरस की कोई भूमिका नहीं लगती। वायरस शब्द विष से आया है। क्योंकि वायरस की भूमिका नहीं है, इसलिए वेक्सीन की भी कोई जरूरत नहीं लगती और वेक्सीन की वजह से मौत भी हो सकती है जैसा कि ऊपर लिखी घटना में हो सकता है। इसलिए कुत्ते के काटने पर कीटनाशकों की जांच होनी चाहिए। जैसा कि पोलियो बीमारी का कारण डीडीटी नामक कीटनाशक भी बताया जात है।